NCP अध्यक्ष पद से इस्तीफे का फैसला वापस ले सकते हैं शरद पवार, दिए बड़े संकेत
शरद पवार ने कहा- कार्यकर्ताओं की मांग का सम्मान होग, कमेटी जो फैसला लेगी वह मुझे मंजूर
नई दिल्ली: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष पद से शरद पवार ने इस्तीफा देने का ऐलान किया, लेकिन पार्टी कार्यकर्ता लगातार इसका विरोध कर रहे हैं। इस बीच गुरुवार को शरद पवार ने कहा कि कार्यकर्ताओं की मांग का सम्मान किया जाएगा। मुझे दु:ख है कि कार्यकर्ताओं से बिना बात किए ही मैंने इस्तीफा दे दिया। अब पांच मई को 18 सदस्यीय कमेटी जो फैसला लेगी, वह मुझे मंजूर होगा।
शरद पवार ने गुरुवार को आंदोलन और नारेबाजी कर रहे कार्यकर्ताओं से बातचीत की और अपना फैसला बदलने के संकेत दिए। उन्होंने कहा कि अभी मेरी उम्र हो गई है। पार्टी के भविष्य के लिए मैंने यह निर्णय लिया है। मैं कार्यकर्ताओं की तीव्र भावना का आदर करता हूं। अंतिम फैसला जो भी लिया जाएगा, उसमें इस भावना का सम्मान किया जाएगा। कमेटी जो भी निर्णय लेगी, वह मुझे भी मान्य होगा। कल शाम पांच बजे तक बैठक होगी और आपके मन मुताबिक निर्णय लिया जाएगा।
इस्तीफे के ऐलान के बाद राहुल गांधी ने किया था फोन
इधर, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने भी उनसे निर्णय वापस लेने की अपील की थी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मंगलवार को शरद पवार के इस्तीफे की घोषणा के कुछ घंटों के अंदर ही दोनों नेताओं ने सुप्रिया सुले को फोन करके यह बात कही थी। रिपोर्ट्स में कहा गया है कि राहुल गांधी और एमके स्टालिन ही यह जानना चाहते थे कि पवार ने पार्टी अध्यक्ष का पद छोड़ने का निर्णय क्यों किया है?
मंगलवार को किया था इस्तीफे का ऐलान
ऐसे में दोनों नेताओं ने शरद पवार की बेटी और एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले को कॉल करके कहा था कि वे अपने पिता को इस्तीफा वापस लेने के लिए मनाएं। साथ ही कहें कि वे अपने फैसले के बारे में फिर से सोंचे। गौरतलब है कि 82 वर्षीय एनसीपी चीफ शरद पवार ने मंगलवार को जब इस्तीफे की घोषणा की तो उसके बाद से ही पार्टी कार्यकर्ता उनके निर्णय का विरोध कर रहे हैं।