नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री से अलग होने के दिए संकेत,पढ़ें पूरी ख़बर
जातीय जनगणना को लेकर केंद्र सरकार करेगी पूर्ण विचार
केंद्र सरकार के इनकार के बाद जातीय जनगणना को लेकर नीतीश कुमार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हो सकते हैं अलग। जातीय जनगणना को लेकर नीतीश के बयान से स्पष्ट संकेत मिल रहे हैं कि बिहार अपने बूते कर्नाटक की तर्ज पर जाति आधारित जनगणना करा सकती है। नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री से अलग होने के दिए संकेत|
यह भी पढ़ें:- https://theindiarise.com/3-workers-of-this-company-died-while-repairing-the-lift/
नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री से अलग होने के दिए संकेत
गौरतलब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साफ-साफ कह दिया है कि पूरे देश में एक जाति की कई उपजातियां होती है। यदि हाउसहोल्ड सर्वे में आप किसी की जाति पूछेंगे तो पड़ोसी यह बता सकता है कि उसके बगल में रहने वाले पड़ोसी किस जाति से तालुकात रखते हैं। हालांकि नीतीश कुमार ने जातिगत जनगणना पर केंद्र सरकार से पूर्ण विचार करने का आग्रह किया है। नीतीश ने कहा कि जातीय जनगणना होनी चाहिए।
बता दें जाति आधारित जनगणना को लेकर बिहार में जदयू, राजद, कांग्रेस, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा व विकासशील इंसान पार्टी का स्वर एक होने की वजह से बिहार का राजनीतिक परिदृश्य बदल सकता है। देश स्तर पर जाति आधारित जनगणना के बहाने एक नया गठजोड़ बनने के संकेत मिल रहे हैं।
जदयू के वरिष्ठ नेता एवं राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई है। इस बैठक में जो भी निर्णय होगा हम लोग उसके साथ हैं। अंत में लेकिन यह तय है कि जातीय जनगणना होगी यह सभी के लिए है। सिर्फ पिछड़े, अति पिछड़े ही नहीं सभी के लिए जातीय जनगणना जरूरी है।