लखनऊ: किसानों के बाद अब कर्मचारी संगठनों ने भी सरकार पर दबाव बनाने की राजनीति शुरू कर दी। इसी क्रम में आज राजधानी लखनऊ के एक को गार्डन मैदान में अटेवा पेंशन बचाओ मंच की ओर से पेंशन संवाद रैली का आयोजन किया गया है। इस दौरान उत्तर प्रदेश चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष रामराज दुबे ने बताया कि मन के साथ अब तक करीब 50 से ज्यादा संगठन जुड़ चुके हैं जो एक साथ मिलकर सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ेंगे।
रामराज दुबे ने बताया कि आज राजधानी लखनऊ में होने वाली पेंशन संघ नाथ रैली में हजारों कर्मचारी जुड़ेंगे। उन्होंने बताया कि पुरानी पेंशन की लड़ाई में शंखनाद रैली का निर्णायक साबित होने वाली है। वही अटेवा के प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार बंधु ने कहा कि किसानों ने की तरह m.p.s. व्यवस्था को वापस लेकर लाखों लाख शिक्षकों कर्मचारियों अधिकारियों को बुढ़ापे पेंशन का संबल प्रदान करेंगे।
2005 से नई पेंशन व्यवस्था लागू है
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश समेत देश के ज्यादातर राज्यों में 2005 के बाद से नई पेंशन व्यवस्था लागू है। इसको लेकर कर्मचारी ने इसको जुआ बताया आरोप है कि इससे कर्मचारियों को नुकसान होगा और इसमें पर्याप्त पेंशन नहीं मिलेगी। अब एक बार फिर पुरानी पेंशन बहाली की मांग की जा रही है। बता दें कि इस रैली में प्रदेश भर के श्रम एवं सेवायोजन के कर्मचारी व निदेशक भाग लेंगे।