लखनऊ कोर्ट शूटआउट केस: सपा विधायक ने मांगा मुख्यमंत्री योगी से इस्तीफा
KGMU में घायल बच्ची को देखने पहुंचे मुख्यमंत्री, दिए बेहतर इलाज के निर्देश
लखनऊ: मुख्तार अंसारी के शूटर संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की बुधवार को लखनऊ के कैसरबाग स्थित सिविल कोर्ट में गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस घटना में दो पुलिसकर्मी और एक बच्ची भी घायल हुई, जिसे इलाज के लिए केजीएमयू में भर्ती कराया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को केजीएमयू पहुंचकर बच्ची से मुलाकात की और उसके उचित इलाज के निर्देश दिए। वहीं, इस घटना को लेकर समाजवादी पार्टी के विधायक रविदास मेहरोत्रा ने मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग की है।
गौरतलब है कि बुधवार को हमलावर विजय यादव ने वकील के वेष में आकर संजीव जीवा को मौत के घाट उतार दिया, जिसके बाद पुलिस की कार्यशैली को लेकर वकीलों ने प्रदर्शन भी किया। पुलिस ने हमलावर को अपनी कस्टडी में ले लिया। आरोपी विजय उर्फ आनंद यादव, जौनपुर का रहने वाला है। उसने जीवा को छह गोलियां मारी और सभी आर-पार निकल गईं। इनसे एक बच्ची, पुलिसकर्मी समेत चार लोग घायल हो गए। इस हमले के बाद प्रदेश के सभी कोर्ट की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
मुख्यमंत्री ने घायल बच्ची की मां को दी सांत्वना
गुरुवार सुबह डीजी स्पेशल प्रशांत कुमार ने सीएम योगी को पूरे मामले की रिपोर्ट दी। वहीं, मुख्यमंत्री लगभग 10.45 बजे मेडिकल कॉलेज के ट्रामा सेंटर पहुंचे और घायल बच्ची लक्ष्मी के हाल जाने। उसके सिर पर हाथ फेरते हुए उसकी मां को सांत्वना दी। साथ ही डॉक्टर्य से बच्ची के स्वास्थ्य के बारे में पूछा। इस दौरान उन्होंने बच्ची के उचित इलाज के दिशा-निर्देश दिए।
कानून व्यवस्था संभालने में नाकाम है सरकार: सपा विधायक
वहीं, समाजवादी पार्टी के विधायक रविदास मेहरोत्रा ने इस हत्याकांड को लेकर यूपी सरकार पर साधा निशाना है। गुरुवार को उन्होंने बयान देते हुए कहा कि आज जनता में दहशत का माहौल है। न्याय के मंदिर में ताबड़तोड़ गोलियां चलना, यह दर्शाता है कि सरकार कानून व्यवस्था संभालने में नाकामयाब है। मेहरोत्रा ने कहा, ऐसी सरकार को पावर में रहने का कोई अधिकार नहीं है, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस्तीफा दे देना चाहिए।
सपा विधायक ने कहा कि आज भाजपा सरकार के मंत्रियों की गाड़ियों में अपराधी घूम रहे हैं। न्यायालय परिसर के अंदर दिनदहाड़े गोलियां चल रही हैं, प्रदेश में गुंडाराज और माफिया राज कायम है। राज्य में कानून व्यवस्था ध्वस्त है, कुख्यात अपराधियों को पुलिस ढूंढ रही है, अपराधी उप मुख्यमंत्री की गाड़ियों में घूम रहे हैं। उन्होंने कहा कि अपराधियों के हौंसले बुलंद हैं। प्रदेश में कई सालों से अस्थाई डीजीपी है, यूपी के मुख्यमंत्री भी कार्यवाह सीएम हैं, कानून का राज कायम नहीं है, भाजपा सरकार में कानून राज स्थापित नहीं हो सकता। भाजपा, माफिया और अपराधियों में तिगड़ी बन गई है।
घटना की जांच के लिए SIT गठित
इससे पहले बुधवार को मुख्यमंत्री योगी ने घटना की जांच के लिए एसआईटी (स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम) बनाई है। बुधवार देर रात SIT टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच की। इस टीम में एडीजी टेक्निकल मोहित अग्रवाल, नीलब्जा चौधरी और अयोध्या आईजी प्रवीण कुमार को शामिल किया गया है। उन्हें सात दिन में रिपोर्ट देनी है। इसके अलावा स्पेशल डीजी प्रशांत कुमार ने भी कोर्ट पहुंचकर मामले की जानकारी ली।