अमोनियम नाइट्रेट के धमाकों से दहल उठा बेरूत, अब तक 73 लोग की मृत्यु और 3700 से ज्यादा लोगों के घायल होने की पुष्टि
लेबनान की राजधानी बेरूत में मंगलवार दोपहर अचानक एक जोरदार आवाज हुई। इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, 15 मिनट के अंदर फिर से ऐसा ही धमाका हुआ। मंगलवार को हुए भीषण विस्फोट में अब तक कम से कम 73 लोग मारे गए हैं और 3700 ये ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। देश के स्वास्थ्य मंत्री हमद हसन ने इस भीषण हादसे को देश के लिए ‘आपदा’ करार दिया है और चेतावनी दी है कि मरने वालों की तादाद काफी ज्यादा बढ़ सकती है।
हरीरि हत्या के फैसले के दौरान हुआ धमाका
यह धमाका तब हुआ जब लेबनान के लोग देश के पूर्व प्रधानमंत्री रफीक हरिरी की हत्या को लेकर जारी मुकदमे के फैसले का इंतजार कर रहे थे।हरिरी की हत्या वर्ष 2005 में ट्रक बम विस्फोट के जरिये की गई थी और इस मामले में फैसला शुक्रवार (7 अगस्त) को सुनाया जाना है। इस मामले में शिया मुस्लिम अंदोलन चलाने वाले संगठन हिजबुल्लाह के लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। सुन्नी समुदाय के हरिरी के अलावा अन्य 21 लोगों की इस धमाके में मौत हो गई थी।
10 किमी तक दिखा तबाही का मंजर
बेरूत में दोपहर को पोर्ट इलाके के पास ये भयानक हादसे हुए। ये इतने भयानक थे कि लगा जैसे बड़ा बम धमाका हो। यहां तक कि इनसे किसी भूकंप की तरह जमीन भी कंपकंपा गई। घटना के जो वीडियो सामने आए वे दिल दहला देने वाले थे। पहले सफेद धुएं का ऊंचा सा गुबार पूरे आसमान में फैल गया और फिर जोरदार धमाके के साथ तबाही दूर तक निकल गई और जो रास्ते में आया, उसे अपनी जद में ले लिया। रिपोर्ट्स की मानें तो कम से कम 10 किमी दूर तक के घरों को भारी नुकसान पहुंचा है।एक प्रत्यक्षदर्शी का कहना है तबाही का मंजर ऐसा था जैसे कयामत आ गई हो।
भर गए बेरूत के अस्पताल
स्वास्थ्य मंत्री हसन ने कहा कि बेरूत पोर्ट के एक वेयर हाउस में हुए विस्फोट में इतने ज्यादा लोग हताहत हुए हैं कि शहर के सारे अस्पताल भर गए हैं। हालत यह हो गई कि कई घायलों का कॉरिडोर के अंदर इलाज किया गया। लेबनान के रेडक्रॉस ने लोगों से अपील की है कि वे तभी अस्पताल जाएं जब बहुत जरूरी हो। मेडिकल ऑफिसर्स ने लोगों से अपील की है कि वे ब्लड डोनेट करें।
कतीब पार्टी के महासचिव भी हादसे में मारे गए
इस विस्फोट में जो लोग मारे गए हैं, उनमें कतीब पार्टी के महासचिव निजार नजरियान भी शामिल हैं। निजार के पार्टी का मुख्यालय बेरूत बंदरगाह के ठीक सामने ही था। द नैशनल काउंसिल फॉर साइंटिफिक रिसर्च ने कहा कि यह भीषण धमाका अमोनियम नाइट्रेट की वजह से हुआ जो एक वेयर हाउस के अंदर रखा हुआ था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कजाकिस्तान के राजदूत भी इस धमाके में घायल हुए हैं।
राष्ट्रपति ने बुलाई आपात बैठक
सालों में पहली बार इतनी भयानक घटना होने पर राष्ट्रपति माइकल आउन ने सुप्रीम डिफेंस काउंसिल की मीटिंग बुलाई। देश के स्वास्थ्य मंत्री हमाद हसन ने बताया है कि घटना में बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक कम से कम 10 लोगों की मौत हो चुकी है। हसन ने बताया है कि शहर में भारी नुकसान भी हुआ है। उन्होंने इलाके के सभी अस्पतालों से घायलों के इलाज को तैयार रहने के लिए कहा है।
पीएम मोदी ने ट्वीट कर व्यक्त की संवेदना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लेबनान की राजधानी बेरूत में हुए धमाके में मरे गए लोगों के प्रति संवेदना प्रकट की है। आज सुबह किए गए अपने ट्वीट पीएम मोदी ने लिखा, बेरूत शहर में हुए धमाके में जनजीवन और संपत्ति को हुए नुकसान से स्तब्ध और दुखी हूं। हमारे विचार और प्रार्थनाएं शोक संतप्त परिवारों और घायलों के साथ हैं।”
भारतीय राजदूत संजीव अरोड़ा ने जताया दुख
पीएम मोदी से पहले लेबनान में भारत के राजदूत संजीव अरोड़ा ने भी घटना दुख जताया था। उन्होंने कहा कि बेरूत में विनाशकारी विस्फोट की घटना से दुखी हूं। लेबनान एक सुंदर और मैत्रीपूर्ण देश है,जो हमें काफी प्रिय है। दुआ करता हूं कि जल्द से जल्द इस संकट से बाहर आए। पहले से ही कई चुनौतियों का सामना कर रहे इस देश के लिए यह बेहद दुखद है।आपके लिए मर्माहत हूं, लेबनान सुरक्षित रहें और वापसी करें।
भारत की ओर से हेल्पलाइन नंबर किए गए जारी
बेरूत में धमाके के बाद लोगों से शांती बनाए रखने की अपील की गई है। वहीं, भारतीय एंबेसी ने बेरूत में फंसे लोगों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। बेरूत में हुए धमाकों को लेकर भारतीय दूतावास की तरफ से कहा गया है कि सभी संयम बनाए रखें। साथ ही अगर किसी भी भारतीय को मदद की जरूरत हो तो वो दूतावास के हेल्पलाइन नंबर 01741270, 01735922, 01738478 पर संपर्क कर सकते हैं।
6 साल से रखा हुआ था 2,750 टन अमोनियम नाइट्रेट
बताया जा रहा है कि वेयर हाउस के अंदर 6 साल से 2,750 टन अमोनियम नाइट्रेट रखा हुआ था। इसका इस्तेमाल खाद बनाने में किया जाना था। लेबनान के राष्ट्रपति माइकल आउन ने ट्विटर पर लिखा कि बिना सुरक्षा इंतजाम के 2,750 टन अमोनियम नाइट्रेट रखने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी। इस भीषण धमाके के बाद पूरे बेरूत शहर में बर्बादी का आलम नजर आया।