अगर आपके बच्चे में हैं ये लक्षण तो तुरंत डॉक्टर से चेकअप करवाएं.
सेंटर गवर्नमेंट और WHO की गाइडलाइन के अनुसार कोरोना वायरस का खतरा 10 साल से कम उम्र के बच्चों को हो सकता है. ऐसे में बच्चों का साफ और स्वछ रहना बेहद जरूरी है.
एक्सपर्ट्स का मानना है, कि बच्चों का ज्यादा ख्याल रखना चाहिए क्योंकि उनमें इम्युनिटी कम होती है. रिपोर्ट्स में यह पाया गया है, कि कोरोना के लक्षण बड़ों में अलग और बच्चों में थोड़े अलग पाए गए हैं. उन्हें खांसी, बुखार के साथ दस्त पेट में दर्द, जुकाम जैसे लक्षण सामने आए हैं माना यह भी जा रहा है कि 40% से ज्यादा बच्चों में stomach infection जैसे लक्षण मिलेंगे लेकिन वह कोरोना वायरस के लक्षण हैं.
बच्चे दिन भर खेलते कूदते रहते हैं और हाथों को बार बार साफ नहीं करते और न ही उन्हें सैनिटाइज करने की इतनी आदत होती हैं. जिस कारण वे उन्हीं हांथों को अपने फेस पर लगा लेते हैं और संक्रमण का शिकार हो जाते हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स में पाया गया है, कि अब तक 80 से 85 बच्चे कोरोना के संक्रमण से परेशान हैं. माना ये भी जा रहा है कि उनमें से 3 बच्चों को मौत भी हो चुकी हैं. लेकिन खास बात यह है, कि बच्चों में इम्युनिटी भले ही कम हो लेकिन उनके लंग्स काफी हेल्थी होते हैं. इसका कारण यह है, कि उनमें प्रदूषण का प्रभाव कम होता है. और वे आसानी से कोरोना की जंग को लड़ सकते हैं. फिल्हाल अभी तक 10 साल से कम बच्चों में कोरोना का कोई बहुत गंभीर केस नहीं आया है.
अब सबसे बड़ा सवाल यह है, कि बच्चों के लिए क्या करें कैसे उन्हें फिट रखे.
● बच्चों के हाथ को हर थोड़ी देर बाद साफ पानी और साबुन से धुलवाएं
● कोशिश करे कि हल्का गुनगुना पानी ही बच्चों को दें, इस भरी गर्मी में बच्चे ठंडे पानी की जिद करेंगे लेकिन कोशिश ये करें कि ठंडी चीजे अवॉयड करें
● बच्चे को क्रिएटिव बनाने की कोशिश करें और काम में बिजी रखें, हो सके हो आप बच्चों के साथ समय बिताएं जिससे बच्चों को बोरियत नहीं लगेगी.
● बच्चों की खेल खिलौने को भी सैनिटाइज करते रहें.
● बाहर के स्नैक्स को अवॉयड करें कोशिश करें की घर और ही कुछ स्पेशल बना कें उन्हें दे पाएं.