
कानपुर अग्निकांड: CM को बुलाने की मांग पर अड़े ग्रामीण, अधिकारी मनाने में जुटे
घर में परिवार था लेकिन बिना सूचित किए बिना निर्माण गिराने का कार्य प्रारंभ हो गया । दिवंगत प्रमिला के बेटे
कानपुर: कानपुर देहात के रूरा के मंडोली गांव में कब्जा हटाने के दौरान मां बेटी की जिंदा जलने के मामले में घटना के करीब 18 घंटे बीत जाने के बाद भी अभी तक शवों को नहीं हटाया जा सका है। परिजनों की मांग है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बुलाया जाए और जो आरोपित मुकदमे में नाम दर्ज किए गए हैं उनकी गिरफ्तारी की जाए।
वहीं क्षेत्रीय अधिकारी ग्रामीणों को मनाने में लगे हैं। मंडलायुक्त पूरी रात गांव में रहे पर बात न बन सकी। कई राजनीतिक दल के लोग भी गांव पहुंचे जिसको देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
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ग्रामीणों ने बताया कि घर में परिवार था लेकिन बिना सूचित किए बिना निर्माण गिराने का कार्य प्रारंभ हो गया । दिवंगत प्रमिला के बेटे शिवम दिक्षित ने बताया कि हमारे बाबा इस जमीन पर निवास करते थे। बीते महीने 14 जनवरी कुवैत एसडीएम लेखपाल वरुणा ऐसी बुलडोजर लेकर बिना किसी सूचना के मकान गिराने आगे उस दिन कुछ निर्माण गिराया बाद 10 से 12 दिन का समय दिया था किसे खुद गिरा लो इसके बाद हम मवेशी सन कलेक्ट्रेट पहुंचे जहां एडीएम प्रशासन ने सुनवाई नहीं की बल्कि बलवा का मुकदमा लिखवा दिया गया।
दिवंगत महिला के बेटे से अनुच्छेद में है कहा कि लेखपाल ने बिना सूचना के आग लगा दी रे डीएम ने कहा कि आग लगा दो झोपड़ी में कोई बच ना पाए मुझे भी पीटा गया और 100 पुलिसकर्मियों ने आगे सीखने की कोशिश किया आज मैं मेरी मां बहन जलकर मर गई जबकि पिता जी झुलस गए हैं।
कानपुर देहात में जमीन का कब्जा हटाने गई टीम के सामने मां बेटी की जिंदा जलकर मरने की घटना पर सपा व कांग्रेस ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।