भारी बारिश और भूस्खलन से महाराष्ट्र में तबाही, 112 लोगों की मौत कई लापता
एनडीआरएफ ने शनिवार को कहा कि महाराष्ट्र के रत्नागिरी, रायगढ़ और सतारा जैसे जिलों में लापता लोगों की तलाश युद्ध स्तर पर की जा रही है।
भारी बारिश और भूस्खलन ने महाराष्ट्र में तबाही मचाई हुई है। इसकी वजह से जान और माल का काफी नुकसान हुआ है। भारी बारिश और भूस्खलन से अब तक करीब 112 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं,100 से ज्यादा लोग लापता हैं। राहत और पुनर्वास विभाग विभाग ने यह जानकारी दी है। राहत और बचाव कार्य बड़े पैमाने पर चल रहा है। लोगों को मलबे से निकालने का काम जारी है।
सांगली और रायगढ़ जैसे जिलों में बारिश और भूस्खलन ने काफी नुकसान किया है। सांगली जिले में कई इलाके पूरी तरह डूब चुके हैं। सड़कें और खेत हर जगह सिर्फ पानी ही पानी है। स्थानीय लोग हालात पर नजर रख रहे हैं और जलस्तर बढ़ने पर लोगों को अलर्ट करते हैं। बता दें कि एनडीआरएफ ने शनिवार को कहा कि महाराष्ट्र के रत्नागिरी, रायगढ़ और सतारा जैसे जिलों में लापता लोगों की तलाश युद्ध स्तर पर की जा रही है।
26 टीमें मुंबई, ठाणे, रत्नागिरी, पालघर, रायगढ, सांगली, सिंधुदुर्ग नगर और कोल्हापुर में बचाव कार्य में जुटी है। कोलकाता और वडोदरा से आठ और टीमों को एयरलिफ्ट किया जा रहा है। राहत और पुनर्वास विभाग ने कहा कि 24 जुलाई रात 9:30 बजे तक 1.35 लाख लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से निकाला गया है। 112 लोगों की जान जा चुकी है और 3221 पशुओं की भी मौत हो चुकी है।
53 लोग घायल हुए हैं तो 99 अब भी लापता हैं। राज्य सरकार के आकंड़ों के मुताबिक, अब तक करीब 1 लाख 35 हजार लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से निकाला जा चुका है।
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