Corona’s awe: कोरोना का खौफ: यूपी सरकार ने कोरोना के लिए जारी किया हेल्पलाइन नंबर
Corona’s awe: प्रदेश के मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी ने सभी मंडलायुक्तों व जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जिलों में कोरोना वायरस का एक कंट्रोल रूम बनाया जाए। इसके फोन नंबर, राज्य मुख्यालय, भारत सरकार की हेल्पलाइन नंबर का भी व्यापक प्रचार प्रसार किया जाए। प्रदेश में कोराना वायरस की रोकथाम के लिए पैम्फलेट, हैंडबिल्स, होर्डिंग्स, रेडियो, समाचार पत्र, टेलीविजन के माध्यम से जानकारी दें। मुख्य सचिव शनिवार को लोक भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से अधिकारियों को दिशा-निर्देश दे रहे थे।
मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी ने कहा कि राज्य मुख्यालय के फोन नंबर 0522-2230006, 2230009, 2616482, 26110066, टोल फ्री नंबर 18001805145, भारत सरकार के हेल्पलाइन नंबर 91-11-23978046 का भी व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाए। मास्क की जमाखोरी करने, एमआरपी रेट से अधिक मूल्य पर बेचने पर दुकानदार के खिलाफ नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाए। भारत-नेपाल अंतर्राष्ट्रीय सीमा, एयरपोर्ट, एनसीआर के तहत गाजियाबाद, नोएडा, मेरठ व आसपास के क्षेत्रों पर विशेष निगरानी रखी जाए।
उन्होंने कहा कि सभी जिलाधिकारी स्वयं आइसोलेशन वार्ड का निरीक्षण करके आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराएं। चीन, इटली, जर्मनी, फ्रांस, स्पेन, साउथ कोरिया, ईरान देशों से भारत आने वाले यात्रियों पर विशेष ध्यान रखा जाए। भारत सरकार की गाइड लाइन के अनुसार कोरेंटाइन की कार्रवाई हो। कोरोना वायरस से संक्रमित होने की आशंका पर आइसोलेशन वार्ड में रखा जाए।
मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश में एपिडेमिक डिजीज एक्ट लागू प्रावधानों का पालन सुनिश्चित कराया जाए। 22 मार्च 2020 तक बेसिक, माध्यमिक, उच्च, प्राविधिक शिक्षा के सभी विद्यालयों और कौशल विकास से जुड़े सभी संस्थानों को बंद करने के लिए निर्देश दिए गए हैं। जिन संस्थाओं में परीक्षाएं चल रही हैं, वहां यथावत परीक्षाएं सम्पन्न कराई जाएं। शिक्षण संस्थानों में परीक्षा वाले कक्षों की अच्छी तरह साफ-सफाई की जाए। कुर्सी और मेज को भी डिसइंफेक्ट (विसंक्रमित) किया जाए। जिससे यह बीमारी फैलने न पाए।
बीमारी से घबराएं नहीं, संक्रमित व्यक्ति ही मास्क पहने
मुख्य सचिव ने जनता से कोरोना वायरस बीमारी से न घबराने की सलाह दी और अधिकारियों से इसका व्यापक प्रचार-प्रसार करने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि इस बीमारी से घबराने की आवश्यकता नहीं बल्कि सावधानी बरतने की जरूरत है। इस का फैलाव संक्रमित व्यक्ति के खांसने और छींकने पर मुंह व नाक से निकलने वाली थूक के छींटों (ड्रापलेट्स) से होता है।
लोगों को छींकते-खांसते समय रुमाल, टिशू पेपर इस्तेमाल करने की सलाह दी जाए। साबुन व पानी से हाथ साफ करते रहने का सुझाव भी दिया जाए। संक्रमित व संदिग्ध व्यक्ति ही मास्क पहने इसके भी स्वास्थ्य विभाग लोगों को जागरूक करे। पांच चिकित्सा संस्थानों के अलावा कुछ अन्य संस्थानों को भी इसके लिए तैयार करने की कार्रवाई की जा रही है।