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डॉक्टर बनने के लिए क्या चाहिए होती है क्वालिफिकेशन, यहां मिलेगी पूरी जानकारी 

डॉक्टर होना किसी योद्धा होने से कम नहीं है, आपको सदैव अपने अपनी सुख-सुविधा से ऊपर उठ कर Patient की सेहत, Satisfaction और ख़ुशी की फ़िक्र रहेगी। जिसके कारण कई बार डॉक्टर की निजी ज़िंदगी प्रभावित होती है पर अंत में जिन्हे डॉक्टर बनने का सौभाग्य मिले वो ईश्वर के जैसे पूजनीय माने जाते है।

वैसे तो आप जानते ही होंगे कि डॉक्टर क्या है और डॉक्टर उसी व्यक्ति को बनना चाहिए जो इस पेशे को पूरे Compassion और Patience के साथ अपना सके, डॉक्टर बनने के लिए आपको एक उत्सुक विद्यार्थी बने रहना होगा, कठिन परिश्रम के साथ सब कुछ संभव है। अक्सर जब डॉक्टरी करने की बात आती है तो ये एक सवाल सब के जबान पर होता है लेकिन हर किसी को यह मालूम नहीं होता है कि एमबीबीएस के लिए क्वालिफिकेशन क्या चाहिए.

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हमारे देश भारत में डॉक्टर को काफी इज्जत की निगाह से देखा जाता है. यही वजह है कि जो इस काबिल होते हैं कि वह अपने बच्चों को मेडिकल का कोर्स करा सके तो उन्हें बहुत इच्छा होती है कि उनके घर से कोई डॉक्टर बनकर नाम कमाए. बस बोल देने से ही डॉक्टर बन जाए यह बहुत आसान नहीं है. इसकी पढ़ाई में काबिलियत तो चाहिए ही साथ ही इसकी पढ़ाई के लिए पैसे भी खूब चाहिए.

मिडल क्लास फैमिली से जो लोग बिलॉन्ग करते हैं उनके लिए अपने बच्चों को मेडिकल में पढ़ पाना बहुत मुश्किल काम है.

इसका एक ही तरीका है कि बच्चों को एंट्रेंस एग्जामिनेशन निकालना होगा और किसी बड़े मेडिकल इंस्टिट्यूशन में दाखिला लेना होगा जहां पर फीस बहुत कम लगती है.

जिन अभिभावकों का यह सपना है कि उनके बच्चे डॉक्टर बने और इस फील्ड में काफी नाम कमाएं तो हम आपके लिए इस पोस्ट में और सारी जानकारी लेकर आए हैं. जिसे पढ़कर आप आसानी से यह समझ सकते हैं कि एक अच्छा चिकित्सक बनने के लिए बच्चों को क्या करना पड़ेगा.

  Doctor बनने के लिए क्या करना होगा    

Doctor बनने के लिए अथक परिश्रम और लगन से पढ़ाई कर दसवीं की परीक्षा उत्तीर्ण करें। विज्ञान के विद्यार्थी डॉक्टर बन सकते है। अंग्रेजी और विज्ञान में अच्छी पकड़ होनी चाहिए। डॉक्टर बनने के लिए बौद्धिक और मानसिक रूप से एकाग्र होकर कोशिश करने की ज़रूरत है।

दसवें के बाद इंटरमीडिएट Science में PCB (Physics, Chemistry & Biology) से न्यूनतम 50% Marks के साथ करना होगा। अगर आप बारहवीं कक्षा के स्टूडेंट है, तो आप मेडिकल प्रवेश परीक्षा दे सकते है।

मेडिकल प्रवेश परीक्षा तैयारी आप हाईस्कूल से ही प्रारम्भ कर दें। इंटरमीडिएट में पढ़ाए जाने वाले विषयों भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीव-विज्ञान के प्रश्न आपको मेडिकल कॉलेज की प्रवेश परीक्षा (Entrance Exam) में सहायता करेंगे। हर विषय में कम से कम 50% अंक होने चाहिए वरना आप Entrance Exam नहीं दे सकते ये प्रवेश परीक्षा है – CET, AIMEE, AIPMT, NEET आदि।

मेडिकल कॉलेज में एडमिशन प्रवेश परीक्षा से होता है। यह प्रवेश परीक्षा काफी कठिन होती है, इसलिए इसकी तैयारी भी बहुत मेहनत से करनी चाहिये। परीक्षा का Syllabus आपके Intermediate के Syllabus पर आधारित होता है।

बहुत से कोचिंग इंस्टिट्यूट प्रवेश परीक्षा की तैयारी भी कराते है। अगर आप Self Study करना चाहते है, तो ऑनलाइन परीक्षा की तैयारी कर सकते है।बारहवीं की परीक्षा के बाद IMPMT या NEET के Previous Year Question Paper Solve करने चाहिए। इससे विद्यार्थियों को मेडिकल प्रवेश परीक्षा के प्रश्न पत्र के प्रारूप को समझने में आसानी होगी। 

प्रवेश परीक्षा में प्राप्त की गयी रैंक पर निर्भर करता है आपको कौन सा कॉलेज मिलेगा। बिना प्रवेश परीक्षा दिए आप MBBS कोर्स में एडमिशन नहीं ले सकते रैंक के अनुसार Counselling होती है, जिसमे आप बेहतर प्रदर्शन कर किसी बढ़िया गवर्नमेंट कॉलेज में प्रवेश ले सकते है।

प्रवेश परीक्षा लिए आयु 17 से अधिक तथा 25 वर्ष से कम होनी चाहिए। Doctor बनने के लिए Course भी अलग अलग होते है डॉक्टर कई तरह में होते है, छात्र अपनी रूचि के अनुसार कोर्स का चुनाव कर सकते है।

डॉक्टर बनने के लिए कौन सा कोर्स करे जानने के लिए छात्रों को मेडिकल कोर्स लिस्ट के बारे में जानकारी होनी चाहिए।

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मेडिकल की पढ़ाई पूरी करने बाद आपको एक वर्ष की इंटर्नशिप करनी होगी। इंटर्नशिप सिखाये गये किताबी ज्ञान की वास्तविक परिस्थितियों में प्रायोगिक ट्रेनिंग है। इसके बाद आपको मेडिकल कॉउन्सिल ऑफ इंडिया द्वारा डिग्री मिल जाती है।

अगर आप परास्नातक कर स्पेशलिस्ट बनना चाहते है, तो आपके पास कम से कम MBBS की डिग्री होनी चाहिए। इस लेख में आगे हम आपको MBBS Course की जानकारी देंगे।

डॉक्टर बनने के उपरोक्त चरण पार करने के बाद आप एक डॉक्टर बन जाते है लेकिन एक डॉक्टर आजीवन Practice से अपना कौशल तराशते है। आप किसी भी सरकारी और निजी अस्पताल में प्रैक्टिस शुरू कर सकते है। आप चाहे तो अपना खुद का Clinic भी खोल सकते है और एक General Physician की तरह लोगों का उपचार कर सकते है।

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