नौकरी मांगने वाली लड़की से की शादी और बन गए दुनिया के सबसे रईस आदमी

founder, CEO and President of multi-national technology company Amazon
इरादे नेक हों और हौसला बुलंद तो सफलता जरूर कदम चूमती है। हम बात कर रहे हैं जेफ बेजोस की ई-कॉमर्स वेबसाइट के फाउंडर और सीईओ जेफ बेजोस को आज कौन नहीं जानता। वे दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी हैं। अगस्त में जारी हुई ब्लूमबर्ग बिलिनेयर इंडेस्क के मुताबिक जेफ बेजोस की संपत्ति 188 अरब डॉलर है। वहीं मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस साल उन्हें 121 अरब डॉलर का इजाफा हुआ है, लेकिन क्या आपको पता है की जेफ की लाइफ कैसे बदली ? कैसे वो दुनिया के सबसे अमीर इंसान बने ?
1994 में अमेजन कंपनी की शुरुआत हुई, लेकिन इस कंपनी को अकेला जेफ बेजोस ने नहीं खड़ा किया। उनका साथ दिया था मैकेंजी ने और कुछ सालों बाद कंपनी दुनिया की सबसे जानी मानी कंपनियों में शुमार हो गई।
मैकेंजी कौन हैं ? कैसे मिले जेफ और मैकेंजी
मैकेंजी, जेफ बेजोस की पत्नी हैं,इनके मिलने की कहानी भी बड़ी दिलचस्प है। दोनों की मुलाकात ऑफिस में हुई थी जब मैकेंजी नौकरी की तलाश में थीं। पहली मुलाकात में जेफ बेजोस को मैकेंजी पसंद आ गईं कुछ समय बाद दोनों का अफेयर शुरू हो गया। जेफ मैकेंजी को इतना पसंद करते थे कि अफेयर के तीन महीने बाद ही दोनों इंगेज हो गए। साल 1993 में दोनों ने शादी की। बता दें कि तब जेफ बेजोस किसी कंपनी के मालिक नहीं थे। वो एक किराए के अपार्टमेंट में रहते थे।
जेफ बेजोस ने इंटरव्यू में कही ये बात
जेफ बेजोस और मैकेंजी का रिश्ता काफी अच्छा था। एक इंटरव्यू के दौरान जेफ ने बताया कि वो मैकेंजी को इतना पसंद करते थे कि वो उन्हें अपनी पसंद के कपड़े खरीद के देते थे। वहीं मैकेंजी ने कहा कि जेफ बेहद ही अच्छे स्वभाव के इंसान हैं। उन्हें लोगों से मिलना जुलना पसंद है। बता दें कि मैकेंजी को राइटर बनना था। यह काम उन्होंने जेफ के स्पोर्ट से शादी के बाद शुरू किया। और आज वो पॉपुलर राइटर हैं।
मैकेंजी, जेफ बेजोस ने 1994 में Amazon की नींव रखी
बात कंपनी की करें तो दोनों ने नया काम करने का सोचा और साल 1994 में Amazon की शुरुआत की। बता दें कि तब वे गैराज में पुरानी किताबों की बिक्री किया करते थे। उसके बाद 1995 में उन्होंने वेबसाइट बनाई अमेजन की रिपोर्ट के मुताबिक 1997 के आखिर तक कंपनी के पास 150 से ज्यादा देशों में 15 लाख से ज्यादा ग्राहक थे।
2005 से मुनाफा होना शुरू हुआ
शुरुआत में काफी परेशानी हुई कंपनी को कुछ सालों तक घाटा उठाना पड़ा। कंपनी को शुरुआत में ही 16 लाख का घाटा हुआ था। साल 1995 में कंपनी को 1.64 करोड़ का रिवेन्यू मिला था और 0.96 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था। कंपनी को सही मायनों में मुनाफा साल 2005 से होना शुरू हुआ फिर दिन रात कंपनी दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की होती गई।
बाजार में जगह बनाने में कामयाब
Amazon के बाजार पूंजीवाद की बात करें तो यह 25 साल से भी कम समय में 10 खरब डॉलर तक पहुंचा इस मामले में अमेजन एपल के बाद दूसरी बड़ी कंपनी है।
अमेजन का बाजार पूंजीवाद –
1997 – 3,600 करोड़ रुपए (सितंबर)
2009 – 2.40 लाख करोड़ (अक्टूबर)
2011 – 4.70 लाख करोड़ (जुलाई)
2017 – 32.50 लाख करोड़ (जुलाई)
2018 – 68 लाख करोड़ (सितंबर)
2020 – 125.80 लाख करोड़ का आंकड़ा पार किया था
Amazon नाम कैसे पड़ा इसके पीछे भी है कहानी
बात जब कंपनी के रेवेन्यू और सक्सेस की कर रहे हैं तो यह भी जानना जरूरी है कि आखिर कंपनी का नाम अमेजन कैसे पड़ा। दरअसल जेफ की पसंद कुछ और ही थी। जेफ सबसे ज्यादा “आबरा का डाबरा” नाम से आकर्षित थे। इसलिए उन्होंने कंपनी का नाम “काडाबरा” रखने का पूरा मन बना लिया था, लेकिन उनके वकील ने टोकते हुए इस नाम को रखने से मना कर दिया। उसके बाद RELENTLESS रखने का सोचा। किसी को भी यह नाम नहीं भाया उसके बाद कंपनी का नाम रखा गया Amazon
कंपनी के सक्सेस का मूल मंत्र क्या है ?
जैसा कि पहले भी बताया था जेफ स्वाभाविक सुलझे हुए इंसान हैं। उन्होंने शुरुआत से ही ग्राहकों को संतुष्ट रखने का काम किया है और यही उनका मूल मंत्र है कि ग्राहक कंपनी से हमेशा संतुष्ट रहें। उन्होंने 2005 में अमेजन प्राइम मेंबरशिप की शुरुआत की और कंपनी ने ऊंचाइयां छू लीं।
रईस में कौन लिस्ट में ऊपर है
साल 1999 से लेकर 2007 तक माइक्रोसॉफ्ट के को फाउंडर बिल गेट्स लिस्ट में आगे रहे। साल 2008 में लिस्ट के टॉप पर वॉरेन बफे ने अपनी जगह बनाई। 2009 में बिल गेट्स ने दोबारा अपनी जगह पा ली और लिस्ट में ऊपर आ गए। उसके बाद साल 2010 से 13 तक स्लिम का नाम लिस्ट में ऊपर था, लेकिन अमेजन की अपनी जगह 2018 से लिस्ट में अब तक ऊपर है।
2019 का सैलरी पैकेज
जेफ बेजोस के पास 7.50 करोड़ से ज्यादा शेयर्स हैं। 2019 में उन्हें 81,840 डॉलर यानी 60 लाख सैलरी थी। इनके अलावा 16 लाख डॉलर यानी 11.50 करोड़ रुपए का कंपन्सेशन भी मिला।
बढ़ती कंपनी का कोरोना काल में क्या हुआ हाल
बता दें कि कोरोना के चलते बड़े बड़े कारोबार ठप पड़ गए हैं। वहीं Comparisun की रिपोर्ट के मुताबिक लॉकडाउन में अमेजन को काफी मुनाफा हुआ है। जेफ की संपत्ति में काफी उछाल आया है।
जेफ बेजोस को मिला यह सम्मान
1999 में टाइम मैगजीन ने उन्हें “पर्सन ऑफ द ईयर” और “द किंग ऑफ साइबर कॉमर्स” की उपाधि दी। खासबात यह है 35 साल की उम्र में यह पुरस्कार पाने वाले वे चौथे इंसान थे।
बिजनेस ने रफ्तार पकड़ी और प्यार ?
जैसा कि शुरुआत में बताया था कि जेफ अपनी पत्नी मैकेंजी से कितना प्यार करते थे। बिजनेस की शुरुआत को और कुछ सालों में उन्होंने तरक्की पा ली, लेकिन इसी बीच जेफ एक बार फिर अफेयर को लेकर लाइम लाइट में आए इस बार यह महिला लॉरेन सांचेज थीं। 49 वर्षीय लॉरेन पहले से शादीशुदा थीं। दिलचस्प बात तो यह है को लॉरेन को जेफ से उन्ही के पति ने मिलवाया था। कुछ समय बाद दोनों एक दूसरे को पसंद करने लगे ऐसा करीब 14 साल चला। फिर दोनों का अफेयर हेडलाइन बनने लगा। जब बात अखबार की चल रही है तो बता दें कि जेफ बेजोस अमेरिका के सबसे पुराने अखबार “द वॉशिंगटन पोस्ट” के भी मालिक हैं। उन्होंने इसे 23 करोड़ डॉलर में खरीदा था।
पत्नी मैकेंजी से लिया तलाक
जी हां जिस मैकेंजी से जेफ को पहली नजर का प्यार हुआ था। उसी जेफ ने 4 अप्रैल 2019 को अपनी पत्नी मैकेंजी से तलाक की घोषणा कर दी थी। जिस दिन जेफ ने तलाक लिया उसी दिन लॉरेन ने भी तलाक की अर्जी दी थी।