Alert: टिड्डियों के एक दल में होते हैं 8 करोड़ सदस्य, एक दिन में तय करते हैं 150 किलोमीटर का सफर, कैसे, जानिए इस खबर में
द इंडिया राइज
पाकिस्तान होते हुए भारत में प्रवेश करने वाले टिड्डी दल का खतरा देश के कई जिलों पर भी मंडराने लगा है। यह फसलों के लिए कितना नुकसानदायक है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि एक वर्ग किलोमीटर में टिड्डी दल पहुंच जाय, तो प्रतिदिन हजार से दो हजार आदमी का खाना खा लेता है। जिस क्षेत्र में टिड्डी दल पहुंचता है, वहां प्रजनन भी करता है। हालांकि, प्रजनन के लिए रेगिस्तानी भूमि ज्यादा उपयुक्त मानी जाती है।
यह दुनिया के सबसे विनाशकारी प्रवासी कीटों में से एक है। अनुकूल परिस्थितियों में एक दल में करीब 8 करोड़ टिड्डियां होती हैं, जो हवा के रुख के साथ प्रतिदिन 150 किमी तक की यात्रा कर सकती हैं। टिड्डी दल अपने रास्ते में आने वाले सभी प्रकार की फसलों एवं गैर-फसलों को चट कर जाता है। फसलों को नुकसान सिर्फ वयस्क टिड्डी ही नहीं, बल्कि शिशु टिड्डी भी पहुंचाती है। इस दल का आक्रमण भारत पर पहले भी हो चुका है।
जानकार कहते हैं कि एक टिड्डी एक दिन में 2 ग्राम भोजन करती है लेकिन इसकी संख्या इतनी होती है कि कई लोगों के बराबर खाना खत्म हो सकता है। यह रेगिस्तानी कीट हैं। इसलिए देश के तमाम हिस्सों को अधिक नुकसान होने की उम्मीद नहीं जताई जा रही।
जानिए टिड्डी का जीवन चक्र
एक टिड्डी का जीवन चक्र चार माह का होता है। इस दौरान वयस्क होने पर हर मादा 80 से 120 अंडे देती है। अंडे से शिशु टिड्डी बनने में 12 से 14 दिन लगते हैं। लेकिन जब से शिशु टिड्डी जमीन पर आती है, तब से ही फसलों को नुकसान पहुंचाने लगती है। डेढ़ महीने में टिड्डी वयस्क हो जाती है और दो महीने से प्रजनन शुरू हो जाता है।
27 साल बाद टिड्डियों का सबसे बड़ा हमला
भारत में यूं तो टिड्डियों का हमला होता रहा है, लेकिन 27 साल बाद यह टिड्डियों का सबसे बड़ा हमला है। इससे पहले 1993 में टिड्डियों ने कई राज्यों में हमला किया था,जिससे करोड़ों रुपये की फसल बर्बाद हो गई थी। आईए जानते है टिड्डियों ने कब-कब हमला किया।
वर्ष 1812 से भारत टिड्डियों के हमले झेलते आ रहा है
वर्ष 1926 से 1931 के दौरान 10 करोड़ रुपये की फसल बर्बाद हुई थी
1940 से 1946 और 1949 से 1955 के बीच भी हुआ टिड्डियों का हमला
1959 से 1962 के बीच टिड्डी दल ने 50 लाख रुपये की फसल तबाह की
1962 के बाद टिड्डियों का कोई ऐसा हमला नहीं हुआ
1993 में टिड्डियों के दल ने बड़ा हमला किया। कई राज्यों को अपनी जद में लिया
वर्ष 1998, 2002, 2005, 2007 और 2010 में भी टिड्डियों का हमला पर इसका ज्यादा असर नहीं