कोरोना का कहर: ये लक्षण दिखें तो बच्चों को न भेजें स्कूल
दिल्ली-एनसीआर में कोरोना वायरस के मामले सामने आने के बाद स्कूलों की तरफ से पैरेंट्स को एडवाइजरी भेजकर यह कहा गया है कि अगर उनके बच्चों को खाँसी-जुकाम है तो उन्हें स्कूल न भेजें। इसके साथ ही, यह भी कहा गया है जरूरत पड़ने पर छुटिट्यां भी दी जा सकती हैं। एक छात्र के पिता की कोरोना वायरस रिपोर्ट पॉजिटिव पाए जाने के बाद ऐहतियाती तौर पर नोएडा के दो प्राइवेट स्कूलों ने मंगलवार को अगले कुछ दिनों के लिए क्लास रद्द कर दी हैं।
गुरुग्राम के शिव नादर स्कूल की प्रिंसिपल मोनिका सागर ने पैरेंट्स को भेजे नोट में लिखा है, ‘कृपया इस बात को सुनिश्चित करें कि अगर आपके बच्चों को खांसी-जुकाम है तो उन्हें स्कूल न भेजें। हम इस बात को सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहे हैं कि बच्चों हर आधे घंटे पर अपने हाथों को धोएं। कृपया, आप भी यह अपने घरों पर भी सुनिश्चत करें कि आप खुद, आपके घरेलू स्टाफ और बच्चे भी घर पर ऐसा करे।’
उन्होंने आगे कहा- बड़े बच्चे अपने पर्नसल सेनिटाइजर लेकर भी आ सकते हैं। हम उन छोटे बच्चों के लिए सैनिटाइजर लाने की वकालत नहीं कर रहे हैं जो मुंह में ऊंगली लेते हैं, क्योंकि इसमें एल्कोहलिक कंटेंट की मात्रा काफी ज्यादा रहती है। हर्बल बेहतर विकल्प हो सकता है, लेकिन कम असरदार होता है।
द्वारका के एक अन्य स्कूल ने पैरेंट्स को एडवाइजरी भेजते हुए कहा- “कृप्या उन बच्चों को मास्क न पहनाएं जो बिल्कुल ठीक हैं, क्योंकि ऐसा करने से मुंह के आसपास ज्यादा बैक्टीरिया के होने का खतरा बना रहता है। ऐसे में यहां पर ज्यादा हाथ लगाने पर इन्फैक्शन हो सकता है।”