ऐशियन खेल में ब्रॉन्ज जीतने वाले वीरधवल खाड़े स्विमिंग पूल न खोले जाने से हैं नाराज, जल्द स्विमिंग पूल न खोले गए तो करनी पड़ेगी शून्य से शुरुआत.
लॉकडाउन के लगते ही कारोबार शिक्षा व्यापार इन सब के साथ स्पोर्ट्स को भी बंद कर दिया गया था. हालांकि अनलॉक के बाद से ओलंपिक स्पोर्ट्स से जुड़े कई खिलाड़ियों की प्रैक्टिस करने की अनुमति मिल गई है, बजाय स्विमिंग के. इस बात से 2010 के एशियन गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले वीरधवल खाड़े काफी नाराज हैं. यहां तक कि संन्यास लेने तक की बाते सामने आ रही हैं.
वीरधवल खड़े की एक न्यूज वेबसाइट से बात करने पर कहा “मुझे लगता है, कि अगर आज से मैं प्रैक्टिस शुरू करूंगा. तब भी अपना पिछला प्रदर्शन हासिल करने में कम से कम आठ महीने का वक़्त लगेगा. तीन महीने से स्विमिंग पूल बंद होने के करण मैं प्रैक्टिस नहीं कर पाया हूं. ऐसे में मुझे शून्य से शुरू करना पड़ेगा’
बाकी खेलों के लिए वर्कआउट जरूरी है, लेकिन स्विमिंग के लिए 6 से 7 घंटे पूल में रहना जरूरी है.
प्रैक्टिस न हो पाने से परेशान खाड़े ले सकते हैं सन्यास
जून के शुरुआती दिनों से ही लॉकडाउन से राहत दे दी गई है. इसके चलते ओलंपिक क्वालीफाई कर चुके खिलाड़ियों के लिए. (SOP) कैम्प लगाए जा रहे हैं. जबकि स्विमिंग के लिए अभी खेल मंत्रालय और स्पोर्ट्स ऑथोरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारियों की तरफ से कोई अप्रूवल नहीं आया है.
अन्य देशों में चल रही स्विमिंग प्रैक्टिस को लेकर वीरधवल खाड़े ने कहा, कि अन्य देशों के तैराकों की प्रैक्टिस चल रही है. ऑस्ट्रेलिया और यूरोप के तैराक लेन में प्रैक्टिस कर रहे हैं. हम भी ऐसा कर सकते हैं. 5 ऐसे तैराकी हैं, जो ओलंपिक के लिए बी क्वालिफिकेशन मार्क हांसिल कर चुके हैं. जिसमें से दो देश के बाहर हैं. अगर समय पर प्रैक्टिस नहीं शुरू की गई तो फिर से शून्य से शुरू करना होगा.