लखनऊ: उत्तर प्रदेश में आगामी होने वाले विधानसभा चुनाव से पूर्व प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव को बड़ा झटका लगा है। बता दें कि आगामी 2022 की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले प्रगतिशील समाजवादी पार्टी की चाबी फिसल गई है। विधानसभा चुनाव में बसपा चाबी के चुनाव चिन्ह पर चुनाव नहीं लड़ पाएगी। समाजवादी पार्टी से गठबंधन करने वाले शिवपाल सिंह यादव को आप साइकिल पर सवार होकर चुनाव लड़ना पड़ेगा। नहीं पुष्पा के टिकट चाहने वालों में से ज्यादातर साइकिल चुनाव चिन्ह पार्टी चुनाव लड़ना चाहते हैं।
गौरतलब है कि 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले सपा में वर्चस्व को लेकर जारी हुआ संघर्ष तथा सपा पर अखिलेश यादव का पूरा अधिकार है। वही 2019 लोकसभा चुनाव से पूर्व दो हजार अट्ठारह में शिवपाल सिंह यादव ने नई पार्टी का गठन किया लोकसभा चुनाव में शिवपाल सिंह की पार्टी को चुनाव चिन्ह चाबी आवंटित किया।
जननायक जनता पार्टी की हुई चाबी
आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव के बाद हरियाणा का विधानसभा चुनाव हुआ जिसमें जननायक जनता पार्टी को चुनाव चिन्ह चाबी आवंटित हो गया। बता दे कि हरियाणा की राज्य स्त्री पार्टी के रूप में जननायक जनता पार्टी आयोग में पंजीकृत है इसी के चलते अब चुनाव आयोग बसपा को चुनाव चिन्ह चाबी आवंटित नहीं कर रहा है।बसपा पिछले 2 सालों चुनाव चिन्ह को ही लेकर प्रचार कर रही है ऐसे में मिलने वाले ने चुनाव चिन्ह को लेकर प्रदेश वासियों को भी जगह बनाना पुष्पा के लिए कहीं और कठिन होता दिख रहा है।
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया को चुनाव चिन्ह 4 दिन आवंटित होने पर पार्टी के मुख्य प्रवक्ता दीपक मिश्रा ने कहा कि समाजवादी का नाम और शिवपाल यादव का चेहरा ही हमारा चुनाव चिन्ह। आयोग से चुनाव चिन्ह चाबी नहीं मिलने पर पार्टी को उससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा चुनाव चिन्ह आवंटन की प्रक्रिया होती है जल्दी भारत निर्वाचन आयोग में औपचारिकता पूरी कर नया चुनाव चिन्ह पार्टी को जारी कर दिया जाएगा।