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जानिए कैसे एक ट्रैक्टर बनाने वाली कंपनी आज है महंगी कार ब्रांड

आपकी सफलता ही आपका सबसे प्यारा प्रतिशोध होता है । इस बात को सच साबित कर दिखाया दुनिया की सबसे महंगी , बेहतरीन , स्टाइलिश और उच्च प्रदर्शनी वाली कंपनी “लैंबोर्गिनी” के मालिक फेरक्सियो लैंबोर्गिनी ने । जिन्होंने “फरारी” के मालिक द्वारा किए गए अपमान का प्रतिशोध लेने के लिए लैंबोर्गिनी जैसी बड़ी कंपनी खड़ी कर दी । ऑटोमोबाइल लैंबोर्गिनी एक इटालियन ब्रांड और लक्जरी स्पोर्ट्स कारों और एस. यू. वी. की निर्माता है जो संत अगाता बोलोगनीस में स्थित है । कंपनी के पास अपनी सहायक ऑडी के माध्यम से वोक्सवैगन समूह का स्वामित्व है ।

प्रारंभिक जीवन
फेर्रुकियो लेम्बोर्गिनी का जन्म 28 अप्रैल , 1916 को इटली के एक छोटे से गांव रिनाजो में हुआ था । उनके पिता जी का नाम एंटोनियो लैंबोर्गिनी था जो पेशे से एक किसान थे ।
फेरक्सियो की शुरुआत से ही कार्स और मैकेनिकल पार्ट्स में रुचि थी । उन्होंने अपनी पढ़ाई भी इसी क्षेत्र में पूरी की थी । पढ़ाई पूरी करने के बाद वे इटेलियन रॉयल एयर फोर्स में गए । इसी समय दूसरे विश्व युद्ध में उन्होंने उसी जगह पर मैकेनिक के तौर पर काम किया । विश्व युद्ध समाप्त होने के बाद उन्होंने अपना खुद का एक गैरेज भी खोला और दूसरों की गाड़ियां ठीक करने का काम करने लगे और कुछ समय बाद उन्होंने ट्रैक्टरों का निर्माण भी शुरू कर दिया । उनका यह विचार उनके लिए काफी सफल साबित हुआ , क्योंकि विश्व युद्ध के समाप्त होने के बाद अपने देश की अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए इटली के लोगों का ध्यान खेती पर केंद्रित हो गया था । और ऐसे में खेती के लिए ट्रैक्टर्स की मांग बढ़ गई थी । और 1948 तक लैंबोर्गिनी इटली की सबसे बड़ी ट्रैक्टर कंपनी बन गई थी जिसके बाद फेरक्सियो ने एक से बढ़ कर एक कारें खरीदनी चालू कर दी थी जैसे मसेराती , मर्सिडीज बेंज और अल्फा रोमियो ।

लैंबोर्गिनी कार्स की शुरुआत
फेरक्सियो एक सफल इंसान बन चुके थे और उनके पास पैसों की भी कोई कमी नहीं थी इसलिए उन्होंने अपने कार खरीदने के शौख को पूरा करने के लिए उस समय की सबसे मशहूर स्पोर्ट्स कार “फरारी 250” खरीदी । जब फेरक्सियो ने इस नई कार को खरीदा तो उन्होंने इसे बाकी कारों की तुलना में अधिक रिप्रेजेंटेड ट्रैक माना क्योंकि फरारी बहुत शोरगुल से भरी थी । फेरक्सियो फरारी के शौकीन थे लेकिन इससे पूरी तरह संतुष्ट नहीं हुए । इसलिए उन्होंने फर्रारी के संस्थापक “एंजो फरारी” को इसकी डिजाइन परिवर्तन सहित कई सुझाव देने का फैसला किया जो एक शानदार फरारी को और बेहतर बनाने में मदद कर सकती थी । लेकिन एंजो फरारी की फेरक्सियो के सुझाव पर प्रतिक्रिया बिल्कुल भी सकारात्मक नहीं थी उन्होंने फेरक्सियो से कहा कि उन्हें स्पोर्ट्स कार की तुलना में ट्रेक्टरों का अधिक ज्ञान हैं । फरारी ने फेरक्सियो के सुझाव को गंभीरता से नहीं लिया । और वहीं फरारी की टिप्पणी ने फेरक्सियो को उसे गलत साबित करने के लिए प्रोत्साहित किया । उन्हें एक आदर्श स्पोर्ट्स कार के लिए अपने दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने का फैसला लिया , और उन्होंने अपने सुझाव पर विचार करना शुरू कर दिया ।
फेरक्सियो ने संत अगाता में एक “लैंबोर्गिनी ऑटोमोबाइल” नाम की ऑटो फैक्ट्री खोली और फरारी के पुराने तीन एम्प्लॉय को कम पर रखा और बहुत जल्द ही 1964 में फेरक्सियो ने लंबोर्गिनी 350 जी. टी. के पहले संस्करणों का निर्माण किया , जो फरारी के प्रदर्शन से कई अधिक बेहतर थी । 1966 के बाद से सभी लैंबोर्गिनी का नाम प्रसिद्ध स्पेनिश बुल फाइट ब्रीडिंग के नाम पर रखा गया है , जैसे मर्सिएलागो‌ और ‌गैलार्डो‌ , बस एक लैंबोर्गिनी काउंटैच को छोड़ कर । जब किसी कर्मचारी ने पहली बार इसे देखा तो जोर से काउंटैच कहा जिसके बाद इसका नाम काउंटैच ही चुना गया । इटली के स्थानीय भाषा में इसका मतलब अद्भुत या आश्चर्यजनक है ।

नए उत्पादों और मॉडल लाइनों को ब्रांड के पोटफोलियो में पेश कर बाजार में लाया गया और ब्रांड के उत्पादकता में कई गुणा वृद्धि देखी गई । 2000 के दशक के अंत में दुनिया भर में वित्तीय संकट के दौरान लैंबोर्गिनी की बिक्री में लगभग 50 प्रतिशत की गिरावट देखी गई थी । लैंबोर्गिनी वर्तमान में वी 12 संचालित अवेंटाडोर‌ और वी 10 संचालित हुरकैन का उत्पादन करता है , साथ ही ट्विन टर्बो वी 8 इंजिन द्वारा संचालित उरुस एस. यू. वी. भी है । इसके अलावा कंपनी रेसिंग ऑफशोर पॉवर बोट के लिए वी 12 इंजिन का भी उत्पादन करती है । 1948 में फेरक्सियो लैंबोर्गिनी द्वारा स्थापित लैंबोर्गिनी ट्रेटरी का हेड क्वार्टर पीवी डी सेंट्रो , इटली में है और वह आज भी ट्रैक्टर का उत्पाद करते हैं ।
लैंबोर्गिनी ने मोटरों और इंजनों को विभिन्न कारों की आपूर्ति की जो फॉर्मूला 1 दौड़ में भाग लेती है । बाद में कंपनी ने अपनी खुद की रेसिंग कार बनानी शुरू की जिसका नाम दियाबलो था । कारों ने कई प्रतियोगिताओं जैसे एफ. आई. ए. जी. टी. चैंपियनशिप , अमेरिकन ले मेंस सीरीज और सुपर जी. टी. चैंपियनशिप में भी भाग लिया है । जापान में एक रेस जीतने वाली कारों में से लंबोर्गिनी भी एक है ।

फेरक्सियो लैंबोर्गिनी ने हमें सिखाया है की जीवन में हम कितने भी सफल हो सकते हैं । हम अपने दैनिक जीवन के किसी भी समस्या का सामना करके इस तरह के उदाहरण को स्थापित कर सकते हैं । लेम्बोर्गिनी को इस समस्या का सामना करना पड़ा की उनकी फरारी नियमित कारों की तुलना में बहुत अधिक मरम्मत वाली कारों की संख्या में थी । सबसे पहले, उन्होंने फरारी को सुझाव देकर इस समस्या का सामना करना चाहा और उन्हें बताया की वह अपनी स्पोर्ट्स कारों को कैसे बेहतर बना सकते हैं, लेकिन एंजो फरारी की नकारात्मक प्रतिक्रिया के बाद उन्होंने अपनी खुद की दृष्टि विकसित की और एकदम सही स्पोर्ट्स कार बनाया जो की एक पुनरुद्देशित ट्रैक कार नहीं , बल्कि एक सामान्य सड़क कार है । महत्वाकांक्षा और प्रोत्साहन के इस मिश्रण ने फेरक्सियो लैंबोर्गिनी को लैंबोर्गिनी ब्रांड को खोजने की अनुमति दी है, जो कि 60 के दशक से आज तक स्पोर्ट्स कारों का निर्माण करती है।
लैंबोर्गिनी को उसकी अलग टेक्नोलॉजी और हाई परफोर्मेंस के लिए काफी पसंद किया जाता है । इसकी कारें अपनी तेज रफ्तार और ब्रांड नाम के लिए पूरे विश्व में जानी जाती है । फेरक्सियो लैंबोर्गिनी एक साधारण परिवार से थे लेकिन अपने मेहनत और सच्ची लगन के दम पर आज एक वर्ल्ड क्लास कंपनी का निर्माण कर दिया है ।

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