अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद अमेरिका में भड़की प्रदर्शन की आग.
अमेरिका में चुनाव जितना करीब आता जा रहा है. वहां परिस्थितियां उतनी ही विपरीत माहौल बना रही हैं. अमेरिका के मिनियापोलिस में एक अश्वेत नागरिक की पुलिस द्वारा हुई मौत पर विवाद खड़ा हो गया है. शहर में हिंसा की लपटें बढ़ती जा रही हैं. करीब 50 से 40 राज्यों की विरोध की चिंगारी अब आग में तबदील हो गई है.
जगह-जगह प्रदर्शन हो रहे हैं. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप खुद जॉर्ज फ्लॉयड के परिवार से बात कर चुके हैं. प्रशासन की चिंता यह थी, कि कहीं प्रदर्शनकरी व्हाइट हाउस न आ जाएं. गुस्साए लोगों को देख वाइट हाउस को बंद कर दिया गया है. मिनिसोटा के गवर्नर (Tim Walz) ने स्थिति को देखते हुए शहर में आपातकाल (peacetime emergency Minneapolis) की घोषणा के दी है.
रविवार के व्हाइट हाउस के कुछ दूरी पर 1816 में बना 200 साल पुराना सेंट जॉन चर्च में आग लगा दी.
साथ ही पास आने वाली गाड़ी, खड़ी पुलिस की गाड़ियों में आग लगा दी.
आग इसलिए भड़क गई कि जॉर्ज फ्लॉयड अश्वेत की तलाशी लेते समय पुलिस ने उसकी गर्दन घुटने से दबा दी थी.
करीब 8 मिनट तक जॉर्ज परेशान रहा और कहता रहा कि “मैं सांस नहीं ले पा रहा हूं”, इसके कुछ समय बाद उसने दम तोड़ दिया. प्रदर्शनकारी लगातार यही नारा लगा रहे हैं कि “न्याय नहीं” “शांति नहीं” “जॉर्ज फ्लॉयड, जॉर्ज फ्लॉयड, जॉर्ज फ्लॉयड” अब जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के न्याय के लिए सैकड़ों की संख्या में लोग व्हाइट हाउस के आगे प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदर्शनकारी रास्ते मे आने वाली सभी चीजों की तोड़ फोड़ कर रहे हैं ऐसे में व्हाइट हाउस से सभी कर्मचारियों को ईमेल किया गया, कि आप अपना व्हाइट हाउस का पास छिपाकर रखें. ऐसा इसलिए किया गया ताकी कर्मचारी प्रदर्शनकारियों के शिकार न बन जाए और उनसे उनका पास न छीन लिया जाए.
एटलांटा पुलिस के प्रवक्ता कार्लोस कैम्पोस ने कहा तीन अधिकारी घायल हो गए हैं प्रदर्शनकारियों ने अधिकारियों पर एयर गन भी दागी. वहीं मेयर कीशा लांस बॉटम्स संवाददाता सम्मेलन में प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा, कि आप अपने शहर को अपमानित मत करिए.