कोरोना का खौफ: प्रधानमंत्री मोदी ने मंत्रियों को बनाया कोरोनावीर, लेंगे हर राज्य का हाल
The India Riseसरकार ने वैश्विक महामारी कोरोना वायरस को हराने के लिए केंद्र में अपने मंत्रियों से कहा है कि वे अपने राज्यों की जिम्मेदारी संभालें और नेतृत्वकर्ता की भूमिका निभाएं। सूत्रों ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि प्रधानंमत्री कार्यालय (पीएमओ) से जारी एक पत्र सभी मंत्रियों को भेजा गया है, जिसमें उन्हें तेजी से फैल रही महामारी को रोकने के लिए सक्रिय और असरकारी किरदार निभाने को कहा गया है।
एक मंत्री ने कहा, “सांसदों से यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि गरीब और वंचित तबकों को खाना मिले और इसीलिए उनके इलाके के सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) दुकानों पर राशन की कोई कमी ना हो, स्थानीय बाजार में रोजमर्रा की सभी जरूरी चीजें मौजूद हों और किसी भी सामान के लिए उचित मूल्य से ज्यादा ना लिया जाए।” इसके साथ ही मंत्रियों से यह भी कहा गया है कि वे लगातार स्थानीय प्रशासन के संपर्क में रहें और अपने संसदीय क्षेत्र में कोरोना वायरस के ताजा हालात से खुद को अपडेट रखें।
भारत में मरीजों की संख्या 649
वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, ”भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या गुरुवार (26 मार्च) को 649 हो गई। देश मे अभी तक इस वायरस के संक्रमण से 13 लोगों की मौत हुई है। अंतिम तीन मौतें गुजरात, तमिलनाडु और मध्यप्रदेश में हुई हैं।” प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार (24 मार्च) की रात बेहद भावुक अपील में 21 दिन लंबे राष्ट्रव्यापी सम्पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा की थी।
मच्छरों के जरिए कोरोना फैलने से इनकार
स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि 17 राज्यों ने कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए पूरी तरह समर्पित अस्पताल चिह्नित करने का काम शुरू कर दिया है। कोरोना वायरस से जुड़े हालात पर मीडिया को जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा, ”अभी तक यह कहने के लिए कोई पुख्ता साक्ष्य नहीं है कि भारत में कोरोना वायरस संक्रमण का प्रसार समुदाय के स्तर पर हो रहा है।” उन्होंने इस बात से भी इंकार किया कि यह वायरस मच्छरों के जरिए फैलता है।